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Monday, April 25, 2011

जनवादी लोक मंच का एक दिवसीय धरना


चतरा Apr 25, 2011, 10:32 pm: जनवादी लोक मंच के तत्वावधान में समाहरणालय के समक्ष सोमवार को एक दिवसीय धरना का आयोजन किया गया। यह धरना कुंदा प्रखंड में एसबीआई की शाखा को अविलंब कार्यशील बनाने, प्रखंड विकास पदाधिकारी के वाहन पर गोली चलाने वाले शरारती तत्वों की पहचान कर गिरफ्तार करने एवं विकास योजनाओं के घोटाले के आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई करने आदि मांगों को लेकर आयोजित था। धरना समाप्ति से पूर्व इस आशय का एक ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा गया। धरना का नेतृत्व प्रमुख सविता देवी कर रही थी। धरना में जिला परिषद उपाध्यक्ष देवनंदन साहु, जिला परिषद सदस्य बालेश्वर कुशवाहा, बनवारी साव, समाज सेवी लक्ष्मी प्रसाद शुक्ला, डा. बद्री प्रसाद वर्मा, लवकुश कुमार गुप्ता, मुखिया सुनीता देवी आदि शामिल थे। धरना को विभिन्न वक्ताओं ने संबोधित किया। संबोधन में वक्ताओं ने कहा कि जिले में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जाए। बेलगाम अधिकारियों को नियंत्रण में रखा जाए।

Published in both print and online version of Dainik Jagaran, April 25, 2011
Online at http://in.jagran.yahoo.com/news/local/jharkhand/4_8_7636575_1.html

Sunday, January 9, 2011

विश्वविद्यालय से संबद्धता को ले महाविद्यालय सचिव अधिकृत


Jan 09, 2011, 11:26 pm चतरा : उपेंद्र नाथ वर्मा महाविद्यालय की आम बैठक में कई महत्वपुर्ण निर्णय लिए गए। रविवार को महाविद्यालय परिसर में आयोजित बैठक में निर्णय लिया गया कि महाविद्यालय को विश्वविद्यालय से संबद्धता दिलाने के लिए सभी प्रकार की आवश्यक कार्रवाई के लिए सचिव डा. बद्री प्रसाद वर्मा को अधिकृत किया जाए। ताकि संबद्धता के लिए किया जा रहा प्रयास में और तेजी आए। निर्णय यह भी लिया गया कि महाविद्यालय के संचालन में उत्पन्न होनेवाली कठिनाईयों को एवं आर्थिक परेशानियों को दूर करने के लिए कोष संग्रह की नीति निर्धारण किया जाए। नीति निर्धारण का दायित्व भी श्री वर्मा को ही सौंपा गया। महाविद्यालय के संचालन को लेकर एक कमेटी का गठन किया गया। गठित कमेटी का अध्यक्ष दमयंती साहा को बनाया गया है। आम सभा में समाज के सभी प्रबुद्ध लोगों को आमंत्रित किया गया था। उपस्थित लोगों ने पहले तो अपने-अपने विचार से महाविद्यालय प्रशासन को अवगत कराया और उसके बाद उपरोक्त निर्णय लिया गया।
Published in both print and online version in Dainik Jagran on Jan 09 2011
Available online at http://in.jagran.yahoo.com/news/local/jharkhand/4_8_7158012.html

Friday, January 1, 2010

दलित अधिकार सुरक्षा मंच का पदयात्रा कार्यक्रम संपन्न

http://in.jagran.yahoo.com/news/local/jharkhand/4_8_6067963.html
Jan 01 2009 01.18AM
Retrieved on Jan 01, 2010 at 10.00AM

चतरा। दलित अधिकार सुरक्षा मंच के द्वारा पिछले 26 दिसंबर से चलाया जा रहा पदयात्रा गुरुवार को संपन्न हो गया। इस पदयात्रा के दौरान मंच के लोगों ने सिकीद एवं पाराडीह पंचायत के दस गांवों का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान गांव के दलितों को उनके हक व अधिकार के लिए जागरूक किया गया। कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे स्वयंसेवी संस्था ग्रामोदय चेतना केंद्र के सचिव सविता बनर्जी ने बताया कि पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य दलित समुदाय को जागरूक कर भूमि, पहचान एवं रोजगार के मुद्दे पर सक्रिय करना था, ताकि दलित समुदाय संगठित होकर अपना सामाजिक पहचान बना सके तथा उनका हक उन तक पहुंच सके। कार्यक्रम के अंतिम दिन भुइयांडीह में एक सभा का आयोजन किया गया। जिसमें काफी संख्या में दलित समुदाय के लोग उपस्थित होकर अपनी समस्याओं को रखा।

Monday, December 28, 2009

पदयात्री पहुंचे संघरी व जलेद

http://in.jagran.yahoo.com/news/local/jharkhand/4_8_6057142.html
Dec 28 2009 12.16AM

Retrieved on Dec 28, 2009 at 10.00AM

चतरा। दलितों को जागरूक करने के लिए ग्रामोदय चेतना केंद्र द्वारा किया जा रहा पांच दिवसीय पदयात्रा रविवार को सदर प्रखंड के संघरी और जलेद का दौरा किया। यात्रा का नेतृत्व कर रहे संस्था के संस्थापक सदस्य डा. बद्री प्रसाद वर्मा ने कहा कि इन गांवों के ग्रामीण बुनियादी सुविधाओं से भी पूरी तरह वंचित हैं। ग्रामीणों को पिछले तीन वर्षो से जन वितरण प्रणाली के माध्यम से खाद्यान्न नहीं मिला है।

Published in both online and Print Edition

Sunday, December 27, 2009

जागरूकता को लेकर पांच दिवसीय पदयात्रा प्रारंभ

http://in.jagran.yahoo.com/news/local/jharkhand/4_8_6055151.html Dec 27, 2009 12.30Am
Retrieved on Dec 27, 2009 at 10.00AM

चतरा। दलितों की भूमि पहचान एवं रोजगार को लेकर उन्हें जागरूक करने के लिए दलित अधिकार सुरक्षा मंच शनिवार से सदर प्रखंड में पांच दिवसीय पदयात्रा का आगाज किया है। पदयात्रा की शुरूआत सजना गांव से की गई है। इस आयोजन में ग्रामोदय चेतना केंद्र और संपूर्ण ग्राम विकास केंद्र सहयोगी की भूमिका में हैं। पदयात्रा का नेतृत्व ग्रामोदय चेतना केंद्र के संस्थापक सदस्य डा. बद्री प्रसाद वर्मा एवं सचिव सविता बनर्जी कर रही हैं। इसमें सीरा राम, रीना देवी और जदुल भारती भी शामिल हैं। सजना के बाद होरलाबार में पदयात्रा का किया गया। डा. बद्री प्रसाद वर्मा ने दलित समान वर्षो से उपेक्षित और शोषित है। उनके हक और अधिकार के लिए वैसे तो सरकार ने कई योजनाएं चला रखी है, लेकिन जानकारी के अभाव में उन्हें उनका हक और अधिकार नहीं मिल पाता है। दलित समुदाय आज भी अंधविश्वास का जीवन जी रहे हैं। उनके बीच इस पदयात्रा के माध्यम से जागरूकता लाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पांच दिनों के भीतर इस यात्रा के माध्यम से दलित बहुल गांवों एवं टोलों में जाकर उन्हें अपने हक व अधिकार के प्रति जागरूक किया जाएगा।

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Tuesday, October 20, 2009

दलित महिलाओं को सशक्त बनाने पर बल

GCK in News
Print and Online Edition, Dainik Jagaran, Oct 20, 2009
http://in.jagran.yahoo.com/news/local/jharkhand/4_8_5874162.html
Retrieved on Oct 20, 2009 at 9.45 AM

चतरा। दलित अधिकार सुरक्षा मंच एवं ग्रामोदय चेतना केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में सोमवार को प्रतापपुर प्रखंड के भुइयांडीह गांव में एक बैठक का आयोजन किया गया। इस मौके पर दलित महिलाओं को सशक्त बनाने एवं संगठित कर उनके हक व अधिकार की जानकारियां दी गई। बैठक को संबोधित करते हुए दलित अधिकार सुरक्षा मंच की सविता बनर्जी ने कहा कि महिलाएं जब तक हक व अधिकार के लिए आवाज नहीं उठाएंगी, तब तक उन्हें समाज के द्वारा प्रताडि़त किया जाता रहेगा। बैठक में दलित महिलाओं को सरकारी कायरें में बिचौलियावाद को समाप्त करने के लिए आवाज उठाने तथा सरकारी सुविधा उठाकर आर्थिक रूप से सुदृढ़ होने की बात कही गई। बैठक में सिदिकी पंचायत के लगभग सत्तर महिलाएं उपस्थित थी।

Thursday, June 18, 2009

महिलाओं को दो गई कानून की बुनियादी जानकारियां

GCK in News. Dainik Jagaran
Published in Both Print and Online Edition
http://in.jagran.yahoo.com/news/local/jharkhand/4_8_5551770.html
Retrieved on June 17, 2009
महिलाओं को दो गई कानून की बुनियादी जानकारियां
June 17, 2009
चतरा। जिला विधिक सेवा प्राधिकार एवं दलित अधिकार सुरक्षा मंच के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार कोकानूनी जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस मौके पर उपस्थित महिलाओं को कानून द्वारा प्रदत्तउनके हक और अधिकार पर वक्ताओं ने विस्तृत रूप से चर्चा किया। यह आयोजन स्वयं सेवी संस्था ग्रामोदयचेतना केंद्र के कार्यालय परिसर में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित जिलाविधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सह सब जज माया शंकर राय ने कहा कि कानून की दृष्टि में महिला-पुरुषमें कोई भिन्नता नहीं है। दोनों को सामान अधिकार दिया गया है। लेकिन उसके बाद भी महिलाएं उपेक्षित हैं।क्योंकि वे जागरूक नहीं है। जिस दिन महिलाएं जागरूक हो जाएगी, उस दिन उन्हें कोई भी उपेक्षित नहीं करसकेगा। उन्होंने कहा कि विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा पीडि़तों को मुफ्त कानूनी सेवा उपलब्ध कराया जाता है।पीडि़त महिलाएं इसका लाभ उठाएं। कार्यक्रम में जिले के दस विभिन्न गांवों की सौ से अधिक दलितमहिलाएं शामिल हुई। कार्यक्रम का संचालन ग्रामोदय चेतना केंद्र की सचिव सविता बनर्जी ने किया।कार्यक्रम को डा. बद्री प्रसाद वर्मा ने भी संबोधित किया।

Sunday, June 14, 2009

Social Concern and Thoughts of GCK

GCK in News. Dainik Jagran

Published in Both Print and Online Edition

http://in.jagran.yahoo.com/news/local/jharkhand/4_8_4537974.html

Retrived on June 13, 2009


वासना की भेंट चडी विछिप्त महिला, हुई गर्भवती
June 13, 01:55 am (Online Edition)
चतरा। मनुष्य धरती पर सबसे बुद्धिमान माना जाता है। लेकिन कभी-कभी मनुष्य की बुद्धिमानी ऐसे भटक जाती है कि वह दरिन्दों में शुमार होने लगता है। ऐसे ही चतरा में वहशी दरिन्दों की हवस का शिकार बनी है एक विक्षिप्त महिला। इस विक्षिप्त महिला की पीड़ा ने पूरे मानवता को शर्मसार कर डाला है। स्थानीय समाहरणालय के समीप खुले आसमान के नीचे दर्द से कराहती इस विक्षिप्त महिला के साथ इंसान रूपी हैवानों ने हैवानियत का ऐसा खेल खेला, जिसकी कल्पना मात्र से उनके प्रति घृणा और आक्रोश का भाव किसी के मन में उत्पन्न में हो जाता है। आज यह विक्षिप्त गर्भवती है और दरदर की ठोकरें खा रही है। इसकी लाचारी और बेबसी को देखकर लोग रोटी के टुकड़े तो परोस देते है, पर इसकी सहायता को तो कोई स्वयं सेवी संस्था और ही जिला प्रशासन आगे रहा है। मानव सेवा सबसे बड़ा सेवा है, इसके नाम पर कई स्वयं सेवी संस्थाएं सरकार से धनराशि ले रही है। पर उनका यह धनराशि कहां खर्च हो रहा है, इस विक्षिप्त महिला को देखकर सहजता के साथ अनुमान लगाया जा सकता है। बांग्ला भाषी यह महिला पिछले डेढ़ वषरें से चतरा में देखी जा रही है। अपने साथ बांग्ला भाषा में लिखा एक प्लास्टिक का बैग वह हमेशा रखती है। प्लास्टिक के इस बैग पर बड़ा बाजार र्द्धमान लिखा हुआ है। जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यह विक्षिप्त महिला र्द्धमान या उसके आसपास के क्षेत्रों की रहने वाली है। वह पूरे दिन शहर में इधर-उधर भटकने के बाद शाम ढलते ही समाहरणालय के आसपास रात में गुजारा करती है। ग्रामोदय चेतना केंद्र की सचिव सविता बनर्जी का कहना है कि पुरुष की अंधी वासना का शिकार हुई है यह महिला। उन्होंने इसके प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि जब तक समाज में संवेदनशीलता नहीं आएगी, तब तक इस तरह की घटनाएं होते रहेगी। उन्होंने जिला प्रशासन से इसकी सुरक्षा उपचार की मांग की है। डा. नंदकिशोर प्रसाद ने कहा कि मनुष्य के भीतर एक चेतना होती है। यही चेतना इंसान और जानवर के फर्क को दर्शाता है। विक्षिप्त महिला के साथ जिस किसी ने भी ऐसा कुकर्म किया है, वह चेतना शून्य व्यक्ति है।

Friday, June 12, 2009

हक व अधिकार के लिए महिलाएं एकजुट हों

GCK in News. Dainik Jagran.
Published in both Print and Online Edition
http://in.jagran.yahoo.com/news/local/jharkhand/4_8_5535862.html
Retrieved on June 11, 2009

चतरा। आज कानूनी रूप से समाज में महिलाओं का समानता का अधिकार प्राप्त है। परंतु कदम-कदम पर इनके साथ शोषण अत्याचार हो रहा है। महिलाओं को अपने हक अधिकार के लिए एकजुट होना पड़ेगा। तभी इनका उत्थान हो सकता है। उक्त बातें दलित अधिकार सुरक्षा मंच के बैनर तले स्वयं सेवी संस्था ग्रामोदय चेतना केंद्र में बुधवार को आयोजित महिला सम्मेलन को संबोधित करते हुए महादेवी वर्मा महिला महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. दमयंती साहा ने कही। श्री साहा कार्यक्रम में बतौर अतिथि उपस्थित थे। महिलाओं के विकास उत्थान के बारे में बोलते हुए कहा कि आज हम क्षेत्र में पुरुषों द्वारा महिलाओं पर अत्याचार करने की बात सामने रही है। इसके बावजूद महिलाएं चुप रहकर सारी यातनाएं सह रही है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ग्रामोदय चेतना केंद्र की सचिव सविता बनर्जी ने महिलाओं की समानता का अधिकार बताते हुए कहा कि समाज के नवनिर्माण में महिलाओं की भूमिका अहम है। दलित अधिकार सुरक्षा मंच महिलाओं के विकास उत्थान के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि यदि उनके साथ किसी भी तरह की समस्या उत्पन्न होती है तो वे मंच के माध्यम से समस्या का समाधान कर सकती हैं।